चिचोली मध्यप्रेश में घूमने प्रसिद्द जगहे जिला बैतूल के पास स्थित तहसील चिचोली के आस पास घूमने की प्रसिद्ध जगह जो आज हम आपको बताते है. इससे पहले आपने कभी देखा और सुना न होंगे। आज हम बात कर रहे है। चिचोली की जो बैतूल जिले से लगभग 45km की दूरी पर पड़ता है. आज हम इस चिचोली तहसील के आस पास घूमने के स्थान के बारे में बात करेंगे और आपको कुछ मुख्य प्रसिद्ध स्थान के बारे में बताएंगे जहा आप जा सकते है.
और उन स्थान को देख सकते है. और फोटोग्राफी कर सकते है. दर्शन कर सकते है। हम इस पोस्ट के माध्यम आपको ये भी बताएंगे की आप अगर इन स्थानों पर जाना चाहते है तो कैसे जाएं पोस्ट को आप लास्ट तक पड़ना आपको सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी. आइए जानते है एक एक स्थान के बारे में। और इनके रहस्य के बारे में। अगर आप चिचोली आओ तो एक बार कड़ी समोसा जरूर खाना इधर कड़ी समोसा बहुत ही फेमश है.
यह भी पढ़े :- कम पैसों में घूमने के ये रही भारत की सबसे सस्ती जगह
1. चिचोली मलाजपुर
मलाजपुर मेला जो भूतों के मेले के नाम से प्रसिद्ध है। चिचोली के पास गुरुसाहब बाबा मंदिर Gurusahab Babaji Temple स्थान है। जो मलाजपुर में स्थिति है. मलाजपुर में कई वर्षो से भूतो का मेला लगता है कहा जाता है की यहा जनवरी फरवरी में मेला भरता स्टार्ड होता है और यह पर आप प्रसादी के तौर पर गुड़ का प्रसाद चढ़ा सकते है।
लोगों का मानना है। की यह पर जो व्यक्ति आता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है और ओ खुशी – खुशी जाता है। जिस व्यक्ति के जीवन के में घर में किसी भी प्रकार की भूत बाधा जैसी समस्या है। तो वह व्यक्ति यह आ सकता है। मकर संक्रांति की पहली पूर्णिमा पर भूतों का मेला शुरु होता है। आप यह आके अपनी मन्नत भी मांग सकते है मन्नत होने के बाद आप यहां आके गुड़ या तौलाने जैसी परंपरा चलती है। उस प्रक्रिया को पूरा कर सकते है।
और यहां के आस पास और स्थाई लोग का यह भी कहना है की ये कई दिनों से चला आ रहा है। और कई पीढ़ी बीत गई है। और यह छोटे बच्चो बड़े व्यक्ति को तराजू में तौलाया जाता है जितना वजन उस बच्चे व्यक्ति का होगा,
उतना गुड़ तराजू के साइड में रखा जाता है। ऐसा तब होता है जब किसी व्यक्ति या बच्चो की की मनोकामना पूरी हो जाती है। ओ अच्छा भला रहता है तब उसको वह लेजा की मन्नत और नियमानुसार गुड़ से तौलया जाता है। गुरुसाहब बाबा मंदिर मलाजपुर के इस स्थान को यादव समाज ज्यादा पूजते है गुरुसाहाब बाबा के मंदिर में हाल ही के कुछ बीते दिनों में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव जी भी यहां आ चुके है। और पूजा पाठ और माथा टेक कर गये है।
यह भी पढ़े :- भारत में कुछ चुनिंदा पर्यटन स्थल के बारे में
- चिचोली मलाजपुर स्थान पर कैसे पहुंचे
यह आने के लिये आपको बैतूल से चिचोली आना पड़ेगा फिर आपको चिचोली से ऑटो बस मिल जायेगी आप अपने बगट के हिसाब से प्राइवेट टैक्सी भी कर सकते है। अपने निजी साधन से भी आवागमन कर सकते है। और एक सुखदमय यात्रा कर सकते है। चिचोली से मलाजपुर की दूरी मात्र 6 से 7 km है। ट्रेन वा एयर इंडिया जैसी सुविधा यह उपलब्ध नहीं है।
2. चिचोली से चंडी दरबार:-
आप अगर कभी बैतूल से चिचोली आओ तो चंडी दरबार जरूर जाना माँ चांडी दरबार में मां चांडी हर व्यक्ति की मनोकामना पूरी करती है। यह पर जो भी व्यक्ति अपने मनुष्य जीवन में अपनी परेशानी लेकर आता है। उसकी मां चांडी जरूर सुनती है। यह कई वर्षो से मां चांडी एक पेड़ में विराजमान है। इस दरबार की ख़ासियत है। की यह का आप पानी लेके आ सकते है और अपने घर में छिड़क सकते है।
उसके कुछ दिनों बाद ही आपके सभी प्रकार के कष्ट धीरे – धीरे दूर होते है। और अगर आप इस स्थान पर जाके सच्चे मन से माँ चंडी से मनोकामना मांगते है तो मां आपके हर कष्ट दूर करती है। हाल ही के कुछ दिनों में मोदी जी बैतूल आये हुऐ थे उन्होंने अपने भाषण के शुरुवात में मां चांडी का जिक्र किया था और प्रणाम किया था।
यह भी पढ़े :- बैतूल में सोनाघाटी मंदिर घूमने का स्थान
- चिचोली से चंडी दरबार कैसे जाये
अगर आप भी इस स्थान पर जाना चाहे तो आपको चिचोली से जाना होगा चिचोली से आपको 6 से 7km की दुरी पड़ेगी और आप बस, ऑटो टैक्सी से जा सकते है. अगर आप चिचोली आए तो ये स्थान पर जरूर जाए अपने साधन से इन जगहों पर घूमेंगे तो आपको चंडी दरबार जाते जाते रास्ते में। साईबाबा का मंदिर भी मिलेगा जो द्वारकामाई के नाम से प्रसिद्ध है आप वह भी दर्शन कर सकते है।
3. चिचोली से बाबा मड़देव
दोस्तो चिचोली के पास बाबा मड़देव का एक बड़ा ही पवित्र मंदिर है। यहां पर बाबा भोले नाथ स्वयं विराजमान है। चिचोली की पावनधरा पर बाबा मड़देव के स्थान को आस पास के लोग इस मंदिर को छोटा मड़देव, महादेव के नाम से भी पुकारते है। कहा जाता है कि इस स्थान पर महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर एक भव्य मेला लगता है। और दूर – दूर से लोग यह दर्शन करने आते है। इस मंदिर की खासियत है की ये मंदिर आज भी पत्थरों पर टीका हुआ है जहा पर बाबा भोले विराजमान है।
ऊपर की छत पत्थरो पर टिकी है। और आज भी घना जंगल है। दोस्तो एक छोटे से गांव खैरी के बीच में स्थित है। इस स्थान की एक और खासियत है की यह कोई रात मे रुक नहीं सकता अगर बाबा भोले की इच्छा हो गई तब ही कोई रुक पायेगा। नहीं तो कोई नहीं रुक पायेगा। आज भी यहां कोई रात में नही रुकता है।
इस स्थान का जिक्र हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बैतूल में रेली में दिये भाषण में भी बाबा मड़देव का जिक्र किया था। उन्होंने प्रणाम करते हुऐ इस पवनधार को प्रमाम करता हु कहा था। तो आप भी इन स्थानों पर जरूर आइये घूमने के लिये।
- चिचोली से बाबा मड़देव मंदिर के स्थान पर कैसे जाये
दोस्ती आपको चिचोली से पर्सनल साधन या तो टैक्सी ऑटो करना पड़ेगा। यह स्थान चिचोली से करीब 15km की दुरी पर है। आपको सिपलई खैरी होते हुऐ इस स्थान पर जाना होगा बाबा मड़देव आप एक बार जरूर जाइये यह घाना जंगल है और गुफा जैसा मंदिर है बड़े बड़े पेड़ नदी झिरना जैसे स्थान भी है।
यह भी पढ़े :- केरपानी हनुमान मंदिर तीर्थ स्थान घूमने की जगह
निष्कर्ष:-
तो दोस्तो हमने आपको सफर जगत ब्लॉग के माध्यम से ये 3 बहुत प्रसिद्ध घूमने के स्थान बताए है आप यह जा सकते है। ये स्थान जिला बैतूल मध्यप्रदेश के तहसील चिचोली के आस पास ही स्थित है। बहुत कम खर्च में आप यहां घूम सकते है। अगर आप भी भारत के निवासी है। और किसी भी राज्य के है। अगर आप मध्यप्रदेश आये तो इन स्थानों पर जरूर जाईए। और आप यह जानकारी अपनो तक जरूर शेयर करे मिलते है. आपसे एक न्यू घूमने के स्थान के साथ। साइंस इन सब बातो को नहीं मानता है ये स्थान कई वर्षो से प्रसिद्ध है परंपरा चली आ रही है।
5 thoughts on “बैतूल मध्यप्रदेश चिचोली तहसील के आस पास घूमने की बहुत ही अद्भुत मनोरम जगह के बारे में जानकारी”